संस्थान के बारे में
केन्द्रीय आयुर्वेद हृदय रोग अनुसंधान संस्थान की स्थापना 1979 को हुई | यह संस्थान केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद् आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन है | यह संस्थान चिकित्सकीय अनुसंधान के अधिदेश के साथ जनसामान्य के लिए सामान्य स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ देश में रोगों की प्राथमिकता पर आधारित क्षेत्रों में चिकित्सकीय अनुसंधान एवं परीक्षण कर रहा है |
संस्थान में वैज्ञानिक अनुसंधान एवं चिकित्सकीय सेवायें विभिन्न अनुभागों के माध्यम द्वारा दी जा रही हैं | संस्थान में 50 शैय्याओं वाला अस्पताल, आधुनिक पंचकर्म उपकरणों से सुसज्जित पंचकर्म विभाग, क्षार सूत्र चिकित्सा (गुद रोग) विभाग, जलोका चिकित्सा विभाग एवं जैव-विज्ञानीय तथा विकृति विज्ञान परीक्षणों के लिए प्रयोगशाला है |
अधिदेश
जीवनशैली से संदर्भित एवं गैर-संचारित हृदयरोग पर ध्यान केन्द्रित करना |
गतिविधियाँ
· बहिरंग रोगी विभाग एवं अंतरंग रोगी विभाग के माध्यम से स्वास्थ्य रक्षा सेवाएँ
· क्षारसूत्र एवं पंचकर्म के लिए विशेष सुविधा
· वृद्धावस्था स्वास्थय रक्षा के लिए विशेष क्लिनिक
· समय समय पर सोंपी गई अन्य गतिविधियाँ
· बाह्य गतिविधियाँ जैसे स्वास्थय रक्षा कार्यक्रम आदि
· नैदानिक अनुसंधान -
क. सहयोगात्मक परियोजनाएं
o आयुष क्यू.ओ.एल. - 2 सी परियोजना - केंसर विभाग एम्स नई दिल्ली के साथ
o आयुष रसायन परियोजना - जरा विभाग एम्स नई दिल्ली के साथ
o सी १ हर्बल तेल परियोजना - शल्य विभाग एम्स नई दिल्ली के साथ
ख. आंतरिक अनुसंधान परियोजनाएं
o कंप्यूटर विजन सिंड्रोम में महत्रिफ्लादिघ्रित एवं अणु तैल का अध्ययन - आई.एम.आर. |
o डिस्मेनोरिया में सप्त्क्षार कषाय और सारस्वतारिष्ट का अध्ययन - आई.एम्.आर. |
ग. एक्शन प्लान
o भगंदर की चिकित्सा के लिए क्षार सूत्र के अंतर्गत हाथों से बनी एवं स्वचालित मशीनों द्वारा तैयार किये गए थ्रेड का तुल्नात्म्क नैदानिक मूल्यांकन करना |
o योगराज गुग्गुल, गंधर्व्हास्तादी तैल एवं धन्वन्तर तैल ओष्टियो आर्थराइटिस (जानुसंधिगत रोग) को नियंत्रित करने की लिए नैदानिक मूल्यांकन |
o आयु. मोबाईल स्वास्थय रक्षा कार्यक्रम एवं अनुसूचित जाति उपयोजना (एस.ए.सी.पी.)
o स्वास्थय रक्षण प्रोग्राम - मोबाइल स्वास्थय सेवाये |
घ. आर. एफ.डी.
o एनोरेक्टल फिस्टुला (भगंदर) के निर्मूलन में क्षार सूत्र के उपयोग का आंकलन |
o शुद्ध घी एवं महत्रिफ्लादीघृत के सीरम लिपिड प्रोफाइल पर होने वाले बदलाव का आंकलन |
o हेमिल्टन अनेक्जाईटी रोटिंग स्केल / अनेक्जाईटी न्युरोसिस में शीरोधारा के प्रभाव का आंकलन |
o गर्दन की स्पोंडोलोसिस में जम्बीरी पिंडस्वेद के प्रभाव का आंकलन |
o रियूमेटायड आर्थरिटिस में शंकर स्वेद के प्रभाव का आंकलन |
o वचादी उपनाह चूर्ण का ऑस्टियोआर्थराइटिस में प्रयोग का आंकलन |
o विरेचन कर्म में एरण्ड तेल के प्रयोग के बाद सीरम इलेक्ट्रोलाइट लेवल पर होने वाले प्रभाव का आंकलन |
उपलब्धियाँ
नैदानिक अनुसंधान - संस्थान द्वारा विगत पांच वर्षों में विभिन्न अनुसन्धान परियोजनाओं के अंतर्गत कष्टार्तव, संधिगतवात, एलर्जिक नेत्राभिश्न्नद, उचरक्त्चाप, अर्श, शुष्काक्षिपाक, आमवात, किटिभ, लौह की कमी जन्य अनीमिया, टाइप - 2 मधुमेह, तथा एम्स नई दिल्ली के साथ सहयोगात्मक अध्ययन - वमन स्टैंडरडाईजेशन, आयुष क्यू.ओ.एल. 2सी ब्रैस्ट-केंसर एवं डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मानस मंदता हेतु आयुष मानस सफलतापूर्वक पूर्ण हो चुके हैं |
संपर्क विवरण
केन्द्रीय आयुर्वेदीय हृदयरोग अनुसंधान संस्थान
पंजाबी बाग (पश्चिम), रोड नं 66, नई दिल्ली - 110026
दूरभाष : 011-25221059
फैक्स सं.: 011-25225546
ईमेल : acri-delhi@gov.in