क्षेत्रीय आयुर्वेदीय त्‍वकरोग अनुसंधान संस्‍थान, अहमदाबाद

 

संस्थान की पृष्ठभूमि:

क्षेत्रीय आयुर्वेदीय त्वकरोग अनुसंधान संस्थान (RARISD) गुजरात राज्य में स्थित सी.सी.आर.ए.एस, नई दिल्ली के अंतर्गत कार्यकारी अनुसंधान ईकाईयों में से एक है जिसका उद्देश्य आयुर्वेद में अनुसंधान के उपक्रम, समन्वय एवं संवर्धन को बढावा देने के लिए है । आयुर्वेद गर्भनिरोधि अनुसंधान संस्थान, अहमदाबाद 03 केन्द्रों, आर.आर.आई, जूनागढ़; डी.एस.आर परियोजना, जामनगर और अहमदाबाद की आर.एस.एस.सी.ए  इकाई के विलय के बाद वर्ष 2007 में स्थापित किया गया था। इस संस्थान का नाम क्षेत्रीय आयुर्वेदीय त्वकरोग अनुसंधान संस्थान किया गया है (अधिसूचना F.No.12-30/2009-CCRAS/Estt/Pt.1/117 dated 12-04-2016).

 

वर्तमान में संस्थान गुजरात राज्य सरकार द्वारा आवंटित किराए से मुक्त भवन में कार्यरत है। संस्थान ने अपनी गतिविधियाँ विभिन्न शाखाओं जैसे बहिरंग विभाग, औषधि और औषधीय पौधों आदि के सर्वे द्वारा प्रारंभ की एवं वर्तमान में संस्थान बहिरंग विभाग के साथ जुडे औषधि वितरण खंड, फार्मेसी, जैव-रासायनिक और रोग की जांच के लिए प्रयोगशाला, पंचकर्म की सुविधा और पुस्तकालय के माध्यम से कार्य कर रहा है ।  इसके अलावा संस्थान को स्वास्थ्य रक्षण कार्यक्रम (एसआरपी) और एससीएसपी के अतंर्गत आयुर्वेद चल स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम भी सौंपा गया है। हाल ही में, मुख्यालय परिषद् द्वारा संस्थान को आयुर्वेद के माध्यम से त्वकरोगों के प्रबंधन पर अनुसंधान के लिए विशिष्ट जनादेश आवंटित किया है।                   

 

अधिदेश:

·      संस्थान को आयुर्वेद के माध्यम द्वारा वैज्ञानिक तरीके से त्वकरोगों के प्रबंधन पर नैदानिक अनुसंधान का कार्य कर रहा है।

·      संस्थान को किटिभ (सोरायसिस) और एलर्जिक त्वक रोगों पर बहुकेंन्द्रिय परीक्षण मुख्यालय परिषद् द्वारा आवंटित किया जाना है।

·      संस्थान समयबद्ध और मूल्य प्रभावी रूप से आयुर्वेद के माध्यम द्वारा त्वकरोगों के निदान, रोकथाम और प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए प्रयास कर रहा है।

·      संस्थान विभिन्न आयुष प्रणालियों तथा आधुनिक त्वक विज्ञान विभाग के सहयोग द्वारा त्वकरोगों पर आयुर्वेदीय वैज्ञानिक अनुसंधान परियोजनाओं का संचालन करने के लिए योजना बना रहा है ।

वर्तमान में चल रहे विशेष कार्यक्रम:

1.    संस्थान के बहिरंग विभाग में  आयुर्वेद सिद्ध और यूनानी (ASU) औषधों के लिए राष्ट्रीय फामार्कोविजिलेंस कार्यक्रम अनुसंधान परियोजना ओपीडी स्तर पर 2008 से अद्यतन चल रही है।  बहिरंग विभाग में वृद्धो के लिए चिकित्सा सेवाएं प्रतिदिन दी जाती हैं। 

2.    स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के एनपीसीडीसीएस कार्यक्रम के साथ आयुष के एकीकरण का कार्यान्वयन जिला सुरेन्द्रनगर गुजरात में एनसीडी सेल के सहयोग से प्रारंभ किया गया है ।

3.    संस्थान को आवंटित स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम (एसआरपी)

4.    आयुर्वेद चल स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम (एससीएसपी)  

गतिविधियाँ  और उपलब्धियाँ :

ग्रामीण स्वास्थ्य रक्षण कार्यक्रम, सामुदायिक स्वास्थ्य रक्षण कार्यक्रम और सेवा उन्मुखी सर्वेक्षण एवं निगरानी कार्यक्रम आर. आर. आई , जूनागढ  में आयोजित किये गये हैं। मेडिको-बोटैनिकल सर्वेक्षण विभाग ने 3599 पौधों का नमूना एकत्र किया; 3532 नमूनों को माउंट किया और 11,077 माउंट शीट में से 10531 सूखी वनस्पतियों का संग्रह किया गया है । गुजरात राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से विभिन्न जनजातियों से प्राप्त पौधों और संयंत्र भागों के कुल 717 लोक-औषधीय दावों को एकत्र किया गया है। आयुर्वेदिक फार्मूलरी ऑफ इन्डिया, भाग 1 एवं भाग 2 के 625 योगों पर और 144 एकल औषधीयों पर प्रारंभिक मानकीकरण का कार्य डी.एस.आर परियोजना, जामनगर में पूरा किया गया। 47 आयुर्वेदिक योगों और 218 एकल औषधियों पर औषधि मानकीकरण अनुसंधान कार्य पूरा किया गया।  95 योगों और 20 एकल औषधियों पर स्व-जीवन अवधि के अध्ययन किए गए। विश्व स्वास्थ्य संगठन चिकित्सा कार्यक्रम के अंतर्गत आवंटित 46 योगों पर प्रारंभिक मानकों को पूरा किया।  आवंटित 25 योगों के मानकों, प्रमुख एल्कलॉइड अथवा अन्य पहचानने योग्य घटक आदि का अध्ययन किया गया।

 नैदानिक अनुसंधान द्वारा संस्थान में उच्च रक्तचाप, अश्मरी, आमवात, तमक श्वास, किटिभ, मलेरिया, अम्लपित्त, श्वेतप्रदर, असृग्दर, स्थौल्य, प्रवाहिका, मधुमेह और त्वचा रोग आदि पर नैदानिक अध्ययन किया गया है।

पिप्पल्यादि योग (वानस्पतिक मौखिक गर्भनिरोधक घटक), वन्ध्यवारी (दीर्घकालिक मौखिक गर्भनिरोधक घटक), बाल रसायन (बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए) और आयुष घुट्टी (बच्चों में रुग्णता और मृत्यु दर को कम करने के लिए) पर नैदानिक अनुसंधान का कार्य किया गया है । रजोनिवृति लक्षणसमूह, कष्टार्तव और मधुमेह टाइप-2 पर आई.एम.आर योजना के अंतर्गत अनुसंधान परियोजनाओं को पूर्ण कर दिया गया है । वैक्टर जनित रोगों के उपचार के सूचना प्रकरण पर प्रलेखन किया गया है।

संपर्क विवरण:

डॉ. पी.वी.वी. प्रसाद,  प्रभारी सहायक निदेशक 

क्षेत्रीय आयुर्वेदीय त्‍वकरोग अनुसंधान संस्‍थान, अहमदाबाद

ब्लाक 0/3, मानसिक अस्पताल परिसर 

मेघानीनगर, अहमदाबाद-380016

फ़ोन : 079-22682155, फैक्स : 079-22683065

इ-मेल: acdri-ahmedabad@gov.in acdri.ahmedabad@gmail.com