- अग्निमांद्य
- अनिद्रा
- अर्बुद
- अर्श व भगन्दर
- अस्थि सौषिर्य
- आयुर्वेद द्वारा आँखों की सुरक्षा
- आयुर्वेद का वृद्धावस्था स्वास्थ्य रक्षा में योगदान
- आयुष - 64
- भोजन का महत्व
- भोजन से सम्बंधित विधि
- चित्तोद्वेग
- दौर्बल्य
- दिनचर्या
- गर्भावस्था
- गुद रोगों में क्षारसूत्र चिकित्सा
- हृदय रोग
- कास
- किटिभ
- मधुमेह
- मनोवसाद
- मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य रक्षा
- ओज:क्षय
- पक्षाघात
- पंचकर्म चिकित्सा
- पौरूप ग्रंथि वृद्धि
- रजोनिवृति जन्य लक्षण समुच्चय
- रसायन
- ऋतु चर्या
- सद्वृत
- संधिवात
- स्मृति भ्रंश
- सोवा रिग्पा
- स्थौल्य
- तमक श्वास
- व्यानबल वैषम्य (उच्च रक्तचाप)
- यकृत वृद्धि